Radha Krishna Shayari In Hindi – राधा कृष्णा शायरी। प्रस्तुत है ख़ास आपके लिए राधा रानी और कृष्णा से जुडी कुछ शायरी जो आपको बहुत पसंद आएगी । यह यूनिक कलेक्शन है जो की सिर्फ हिंदी स्टाइल के रीडर्स के लिए एकत्रित की गए है। आशा करते है की आपको पसंद आएँगी। राधा कृष्णा के सुंदर चित्र भी यहाँ देख सकते हे ।
जैसा की आप जनता हाँ कृष्णा भगवन के जन्म दिवस पर हिन्दू परिवारों में बहुत धूम धाम से जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता हाँ । सारे मंदिरों को सजाया जाता हाँ और उनकी पूजा होती हाँ । मथुरा वृदावन में यह त्यौहार बड़े ही हर्ष और उल्लास से बनाया जाता हाँ । Krishna Janmashtmi Images की कलेक्शन भी आप हमारा ब्लॉग पर देख सकते है ।
Radha Krishna Shayari In Hindi – राधा कृष्णा शायरी
कन्हैया को राधा ने प्यार का पहगाम लिखा
पूरे खत में सिर्फ कान्हा का नाम लिखा
कन्हैया तेरे सावले रंग से जलने लगे हैं लोग
तेरे जैसा कोई ढूढ़ नहीं पाए हैं लोग
इसलिए तुझे तेरे रंग का उलाहना देने लगे हैं लोग
ज़माने से नहीं हम तन्हाई से डरते है
प्यार से नहीं हम रुसवाई से डरते है
दिल में उमंग है तुझे मिलने की
पर मिलने के बाद आने वाली तेरी जुदाई से डरते है
जब भोर हुई तो मैंने कान्हा का नाम लिया
सुबह की पहली किरण ने फिर मुझे उसका पैगाम दिया
सारा दिन बस कन्हैया को याद किया
जब रात हुई तो फिर मैंने उसे ओढ़ लिया
कृष्ण तेरा सीने से लग कर तेरी आरजू बन जाऊ
तेरी सासों से मिलकर तेरी खुशबु बन जाऊ
फासला ना रहे कोई हम दोनों के दर्मिया
मैं मैं ना रहू बस तू ही तू बन जाऊ
राधा कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था
दुनिया को प्यार का सही मतलब जो समझाना था
बड़ी मुश्किल में हूँ कान्हा कैसे इजहार करू
तू तो खुशबु है तुझे कैसे गिरिफ्तार करू
कान्हा तेरी मोहबत पर सिर्फ मेरा हक नहीं
लेकिन दिल करता है आखरी सास तक तेरा इंतज़ार करू
बन जाऊ तेरी प्यारी तुझे प्यार करते करते
जीवन बिताया सारा तेरा इंतज़ार करते करते
रह रह कर मेरे दिल में उठती है ये उमंगें
कभी आ भी जाओ कृष्ण प्यारे
यु ही राह चलते चलते
प्यार दो आत्माओं का मिलन होता है । ठीक वैसे हीं जैसे
प्यार में कृष्ण का नाम राधा और राधा का नाम कृष्ण होता है ।
अगर तुमने राधा के कृष्ण के प्रति समर्पण को जान लिया
तो तुमने प्यार को सच्चे अर्थों में जान लिया
ऐसे मत देखो मुझे दिल में उतर जाऊंगा
दिल में उतर गया तो पागल तुम्हे बनाऊंगा
पागल जो बने मुझे गोकुल ढूँढ़ते फिरोगे
दिल में रहूँगा पर नज़र नहीं आऊंगा
बस इतना याद रखना में कही नहीं तेरे प्रेम भाव में नज़र आऊंगा
छीन लिया मेरा भोला सा मन
राधारमण प्यारे राधारमण
गोल्कुल का ग्वाला वो ब्रज का बसैया
सखियो का मोहन और माँ का कन्हैया
भक्तो का जीवन और निर्धन का धन
राधारमण प्यारे राधारमण
पीला कपड़ा किया है धारण
मोर मुकुट भी ओएहना है
नृत्य करे संग गोपियों के
मुरली इनका गहना है
ओ कान्हा जिंदगी लहर थी आप साहिल हुए ।
न जाने कैसे हम आपके काबिल हुए ।
न भूलेंगे हम उस हसीन पल को ।
जब आप हमारी छोटी सी जिंदगी में शामिल हुए।
राधा की चाहत है कृष्णा
उसके दिल की विरासत है कृष्णा
चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्णा
दुनिया तो फिर भी यही कहती है
जय श्री राधे कृष्ण
हर शाम हर किसी के लिए सुहानी नहीं होती,
हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती
कुछ तो असर होता है दो आत्मा के मेल का
वरना गोरी राधा
सावले कृष्ण की दीवानी ना होती
गोकुल में है जिनका वास
गोपिओ संग जो करें रास
देवकी-यशोदा मैया जिनकी
ऐसे हमारे किशन कन्हैया
श्री कृष्ण का नाम लो
सहारा मिलेगा
ये जीवन ना तुमको
दुबारा मिलेगा
प्यार का पहला
इश्क का दूसरा
और मोहब्बत का तीसरा
अक्षर अधूरा होता है ।
हम कृष्णा दीवाने है।
क्यों की दीवानों का
हर अक्षर पूरा होता है।
कोई प्यार करे तो राधा-कृष्ण की तरह कर ।
जो एक बार मिले, तो फिर कभी बिछड़े हीं नहीं ।
तेरे बिना एक सजा है ये जिंदगी मेरे कान्हा ।
किस्मतवाला बस वो है, जो दीवाना है तेरा कान्हा ।